Samarpan (Mumukshu Jainam Vijaykumar Doshi)

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Diksharthi Jainam doshi chale saiyam samarpan marge,
©
Singer : Mumukshu Jainam Doshi
Lyric : Bhartiben Gada
Music : Umang Bhavsar
Videographey : Shivaay Photo Studio

Diksha on 1 Feb 2020 at Surat.

गुरुमां तमारा चरणमां
(तर्ज : लगजा गले…)

गुरुमां तमारा चरणमां, रहेवुं छे आजीवन,
गुरुमां तमारा वचनने, झीलवा छे आजीवन,
गुरुमां मने स्वीकारजो..

वात्सल्यथी भरपूर छे, गुरु आपना वचन,
अविरत करुणाधारने, वरसावता नयन,
आप थकी ज तरीश हुं, श्रद्धा छे आजीवन,
गुरुमां तमारा चरणमां, रहेवुं छे आजीवन,
गुरुमां मने स्वीकारजो..

अस्तित्व मारुं ओगळे, गुरु आप चरणमां,
व्यक्तित्व मारुं पांगरे, गुरु आप शरणमां,
सम्यक्त्व नी सरगम थकी, महेके मारुं जीवन,
गुरुमांk तमारा चरणमां, रहेवुं छे आजीवन,
गुरुमां मने स्वीकारजो..

सर्व समर्पणनी साधना, सिखवाडजो गुरुमां,
आत्मरमण नी भावना, प्रगटावजो गुरुमां,
पर ने भूली स्वमां हवे, रहेवुं छे आजीवन,
गुरुमां तमारा चरणमां, रहेवुं छे आजीवन,
गुरुमां मने स्वीकारजो..

मंगल मुहूर्त संयमतणु, मने आपजो गुरुमां,
शिष्यत्व मुजने आपनुं, हवे आपजो गुरुमां,
गुरुमां मने स्वीकारजो..

Lyrics : Bhartiben Gada

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