Vamanandan Jagadanandan

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केवा तू कामण करे

संघ एकताना शिल्पी पूज्य ॐकारसूरी महाराजा के जन्म शताब्दी वर्ष पर देवचंद्रजी , आनंदघनजी, महोपाध्याय यशोविजयजी आदी पूर्वमहर्षिओ द्वारा रचित स्तवनोका नूतन भाववाही रागों में पुनर्जीवन

Parasanath Prabhu Stavan

Stavan : Vamanandan Jagadanandan
Rachna : Pujya Nayavijay Maharaja
Composition : Darbari Traditional Bandish
Singer : Himanshu Makwana
Music Arranged – Produced : Umang Bhavsar
Mixed & Mastered : Kardamsharma Joshi
Recording At : Melodious Junction Studio By UMANG BHAVSAR

Lyrics :

वामानंदन जगदानंदन, सेवक जन आशा विसराम; नेक नजर करी मोही पर नीरखो, तुम हो करुणा रसके धाम; ॥१॥
इतनी भूमि प्रभु ! तुम ही आण्यो, परि परि बहुत बढाई माम, अब दो-चार गुणठाण बढावत, लागत है कहां तुमकुं दाम ? ॥२॥
अहनिशि ध्यान धनुं हुं तेरो, मुखथी न विसारुं तुम नाम; श्री नयविजय विबुध वर ‘सेवक’, कहे तुम मेरे आतमराम. ॥३॥

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